Table of Contents
Toggleपुर्ननवा के पौधे की उपयोगिता
Punarnava amazing healing plant – पुर्ननवा एक बहुपरकारी आयुवेर्दिक औषधीय पौधा है जिसे आयुर्वेद में बहुत महत्व दिया गया है। पुर्ननवा (वानस्पितिक नाम – Boerhavia diffusa) पौधा विशेष रूप से भारत में पाया जाता है और इसके विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के कारण यह पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में एक अहम स्थान रखता है। इस पौधे का उपयोग विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है, जैसे कि किडनी संबंधित समस्याएँ, सूजन, रक्तचाप, और अधिक। आइए जानते हैं पुर्ननवा के पौधे की उपयोगिता और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में।
पुर्ननवा पौधे के औषधीय गुण
पुर्ननवा के प्रभावी असर को एक जादुई जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है। औषधीय उद्देश्यों के लिये इस पौधे के प्रत्येक हिस्से जिसमें पत्तियों से लेकर छाल तक शामिल है इन सभी का उपयोग दवा बनाकर अनेक अलग- अलग बीमारियों के उपचार हेतु किया जाता है।
1. किडनी के लिए फायदेमंद
पुर्ननवा का उपयोग किडनी की समस्या में अत्यधिक लाभकारी साबित होता है। यह पौधा किडनी के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक है। इसके सेवन से किडनी में सूजन (एडिमा) भी कम होती है।
2. सूजन (Edema) को कम करना
पुर्ननवा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसका उपयोग विशेष रूप से शरीर में पानी के संचय या सूजन को कम करने के लिए किया जाता है, इसके साथ ही इसका उपयोग ऐंठन के इलाज हेतु भी किया जा सकता है।
3. लिवर और पेट के लिए लाभकारी
यह पौधा लिवर के कार्य को सही बनाए रखने में मदद करता है। पीलिया के उपचार हेतु यह एक असरकारक जड़ी बूटी है जिसमें कि लीवर की कार्यक्षमता को बढ़ाने और लीवर को डिटॉक्सीफाइड करने की क्षमता पायी जाती है। इसके अलावा, यह पेट की समस्याओं जैसे अपच, गैस, और पेट दर्द के उपचार में भी सहायक है।
4. स्मार्ट डिटॉक्सिफिकेशन
पुर्ननवा का सेवन शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए किया जाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और एक प्राकृतिक क्लीनज़िंग एजेंट की तरह कार्य करता है।
- इस पोस्ट को पढ़ने में आपकी रूचि हो सकती है:
- अरंडी के पत्तों के विभिन्न लाभ:
पुर्ननवा के अन्य् स्वास्थ्य लाभ
- यह पौधा बुखार को नियंत्रित करने और संक्रमण से लड़ने में सहायक होता है। इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
- पुर्ननवा मधुमेह के रोगियों के लिए भी लाभकारी साबित हो सकता है। यह शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
- इस पौधे का उपयोग हृदय संबंधित समस्याओं को ठीक करने में भी किया जाता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है और हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- पुर्ननवा का सेवन मानसिक शांति और तनाव को कम करने में भी सहायक हो सकता है। यह मानसिक स्थिति को शांत रखने और स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।
यह उपयोगी वीडियो [DrNamrata SrivastavHomoeopath. ] द्वारा प्रकाशित किया गया है और इसमें शरीर को नया करने वाली दवा ] के बारे में बताया गया है। स्रोत: [DrNamrata SrivastavHomoeopath] (https://www.youtube.com/watch?v=K0SKFKWL1X8)
पुर्ननवा का सेवन करने के तरीके ?
- चाय के रूप में उपयोग: पुर्ननवा के पत्तों को उबालकर चाय बनाई जा सकती है।
- चूर्ण के रूप में उपयोग: इसके सूखे पत्तों और जड़ों को पीसकर चूर्ण बनाया जा सकता है, जिसे पानी के साथ लिया जाता है।
- ताजा पत्तियां के रूप में उपयोग : ताजे पत्तों को सीधे खाने से भी इसके फायदे मिल सकते हैं।
निष्कर्ष
पुर्ननवा के पौधे की उपयोगिता स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, और डिटॉक्सिफिकेशन गुण इसे एक अद्भुत औषधि बनाते हैं। किडनी, लिवर, हृदय, और अन्य शारीरिक प्रणालियों को लाभ पहुँचाने वाला यह पौधा पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हालांकि, किसी भी औषधि का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
Frequently Asked Question
1. पुनर्नवा क्या है?
पुनर्नवा एक आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी-बूटी है, जो मुख्य रूप से शरीर को डिटॉक्स करने, सूजन कम करने और किडनी व लिवर के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है।
2. पुनर्नवा किन बीमारियों में लाभकारी है?
यह किडनी रोग, लिवर की समस्याएं, जोड़ों का दर्द, मोटापा, मधुमेह और सूजन जैसी समस्याओं में लाभकारी मानी जाती है।
3. पुनर्नवा का सेवन कैसे करें?
इसे पाउडर, जूस, कैप्सूल या काढ़े के रूप में लिया जा सकता है। सही खुराक के लिए आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लें।
4. क्या पुनर्नवा के कोई साइड इफेक्ट होते हैं?
सामान्यत: यह सुरक्षित है, लेकिन अत्यधिक सेवन से लो ब्लड प्रेशर, डिहाइड्रेशन या पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
5. क्या गर्भवती महिलाएं पुनर्नवा का सेवन कर सकती हैं?
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के पुनर्नवा का सेवन नहीं करना चाहिए।