✅ दर्द से राहत पाने के लिए अरंडी के पत्तों का घरेलू इलाज

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Dard nivaran mein arandi ke patton ka upyog- अरंडी के पत्तों से विभिन्‍न प्रकार के लाभ प्राप्‍त किये जा सकते हैं ।  दर्द में राहत इसका एक प्रमुख लाभ है। आइये जानते हैं इसके अन्‍य लाभों के बारे में – 

Dard nivaran mein arandi ke patton ka upyog

1. दर्द में राहत:

अरंडी के पत्तों का दर्द और सूजन को कम करता है। इसके लिये सबसे पहले अरंडी के पत्‍तों को साफ पानी से धोकर उन्‍हे सुखा लें, सूखने के बाद उन पत्‍तों पर सीधे तरफ सरसों का तेल लगाकर गर्म तवे पर पत्‍ते को रखें जब पत्‍ता हल्‍का गर्म हो जाये तो उसे दर्द वाली जगह पर रखकर एक कपडे या किसी पटटी से बांध लेना चाहिये। प्रतिदिन नये पत्‍तों से इस प्रकिया को तब तक दोहराते रहना चाहिये जब त‍क कि दर्द समाप्‍त न हो जाये।

2. बालों की देखभाल:

अरंडी के पत्तों का रस बालों की जड़ों को पोषण देता है। इसके तेल की मालिश से बालों की जड़ों में रक्‍त संचार बढ़ता है इससे बाल लंबे एवं मजबूत तो होते ही हैं इसके साथ ही अरंडी का तेल बालों में नमीं भी बनाये रखता है, तथा रूसी को कम करता है।  

3. पाचन सुधार:

इसकी चाय पेट की समस्याएं दूर करने में मदद करती है। दूध या पानी के साथ इसको लेने पर यह शरीर से मल अपशिष्ट को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है। इस प्रकार पाचन में सुधार करता है, इसके अलावा महिलाओं को नाभि पर अरंडी का तेल लगाने से पीरियडस के दर्द में राहत मिलती है।

4. त्वचा संबंधी समस्याओं में मदद:

यह एक्जिमा और अन्य त्वचा रोगों में फायदेमंद होता है, इसमें फैटी ऐसिड मौजूद होने के कारण्‍ यह त्‍वचा की कोमलता को बेहतर बनाने के साथ ही आपकी त्‍वचा को हाइड्रेटेड बनाये रखने में मदद कर सकता है।

5. डिटॉक्सिफिकेशन:

यह शरीर को अंदर से साफ करने में सहायक है, इसके तेल से पैक लगाने लगाकर रसिका तंत्र को उत्‍तेजित किया जाता है, जिससे कि विषाक्‍त पदार्थों से छुटकारा मिलता है। इसके तेल का पैक लगाने के लिये सूती कपड़े को अरंडी के तेल में भिगोकर पेट पर मालिश करें और तेल से भीगे हुए कपड़े को अपने पेट पर रखकर उसे तौलिये से ढक दें और उसके ऊपर हीटिंग पैड या गर्म पानी की बॉटल रखें, ऐसा 30 मिनिट तक करें।

Dard nivaran mein arandi ke patton ka upyog
Dard nivaran mein arandi ke patton ka upyog

अरंडी का तेल (Castor Oil) बालों की देखभाल में एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है।

इसमें राइसीनोलिक एसिड, विटामिन ई और आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो बालों की जड़ों को पोषण देकर उन्हें मजबूत और घना बनाते हैं। आइए जानते हैं कि बालों के लिए इसे किन तरीकों से उपयोग किया जा सकता है:

1- हॉट ऑयल ट्रीटमेंट:

  • 2 चम्मच अरंडी का तेल और 1 चम्मच बादाम या जैतून का तेल लें।
  • तेल को हल्का गर्म करें और स्कैल्प पर मसाज करें।
  • गर्म तौलिया लपेटें और 30 मिनट बाद धो लें।
  • फायदा: बालों को गहराई से पोषण मिलता है और चमक बढ़ती है।

2- स्प्लिट एंड्स से बचाव:

  • बालों के सिरों (Ends) पर हल्की मात्रा में अरंडी का तेल लगाएं।
  • इसे रातभर छोड़ दें और सुबह धो लें।

फायदा: दोमुंहे बालों को रोकने में मदद मिलती है।

3- डैंड्रफ और स्कैल्प इन्फेक्शन से राहत के लिए:

  • 2 चम्मच अरंडी का तेल और 1 चम्मच टी ट्री ऑयल मिलाएं।
  • इसे स्कैल्प पर लगाकर 1 घंटे बाद धो लें।
  • फायदा: एंटीफंगल गुण डैंड्रफ को कम करते हैं।

4- हेयर मास्क (ड्राई और रूखे बालों के लिए):

  • 2 बड़े चम्मच अरंडी का तेल, 1 बड़ा चम्मच नारियल तेल और 1 अंडे की जर्दी मिलाएं।
  • इस मिश्रण को बालों और स्कैल्प पर लगाएं।
  • 30-45 मिनट बाद हल्के गुनगुने पानी और शैम्पू से धो लें।
  • फायदा: ड्राई और डैमेज बालों में नमी लौटती है।

5- हेयर ग्रोथ के लिए मसाज:

  • 2 बड़े चम्मच अरंडी का तेल लें और हल्का गुनगुना करें।
  • इसे स्कैल्प में 10-15 मिनट तक सर्कुलर मोशन में मसाज करें।
  • 2-3 घंटे या रातभर के लिए छोड़ दें और फिर माइल्ड शैम्पू से धो लें।
  • फायदा: बालों की ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है और जड़ें मजबूत होती हैं।

अरंडी के तेल का उपयोग करते समय सावधानियां:

  • अरंडी का तेल स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसके इस्तेमाल में कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। सबसे पहले, इसे कभी भी अत्यधिक मात्रा में न लें, क्योंकि यह दस्त और पेट दर्द का कारण बन सकता है। गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे प्रसव संबंधी जटिलताएं हो सकती हैं।
  • त्वचा पर लगाने से पहले पैच टेस्ट करना आवश्यक है, खासकर संवेदनशील त्वचा वाले लोगों के लिए, क्योंकि इससे एलर्जी, खुजली या रैश हो सकते हैं। आंखों के संपर्क से बचाएं, क्योंकि यह जलन और लालिमा पैदा कर सकता है। बच्चों को इसका सेवन कराने से पहले चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें।
  • यदि आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं या किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित हैं, तो अरंडी तेल का सेवन या उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। इसके अलावा, इसे हमेशा ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें और उपयोग की तारीख अवश्य जांचें।

सही सावधानियों के साथ इसका उपयोग करने से आप इसके स्वास्थ्य लाभों का सुरक्षित रूप से आनंद ले सकते हैं।

निष्कर्ष:

अरंडी का तेल एक बहुउपयोगी प्राकृतिक उत्पाद है, जो त्वचा, बाल और स्वास्थ्य के लिए अनेक लाभ प्रदान करता है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक और घरेलू उपचारों में लंबे समय से किया जा रहा है। हालांकि, इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतना आवश्यक है, खासकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और संवेदनशील त्वचा वालों के लिए। उचित मात्रा और सही दिशा-निर्देशों का पालन करके इसके फायदों का सुरक्षित रूप से लाभ उठाया जा सकता है।

Frequently Asked Question

क्या अरंडी का तेल बालों के लिए फायदेमंद है?

हाँ, अरंडी का तेल बालों की जड़ों को पोषण देता है, बालों की ग्रोथ बढ़ाता है और डैंड्रफ को कम करता है। इसे हल्के हाथों से स्कैल्प पर लगाएं और कुछ घंटों बाद धो लें।

हाँ, अरंडी का तेल प्राकृतिक रूप से कब्ज दूर करने में मदद करता है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही करें।

सामान्यतः इसका बाहरी प्रयोग सुरक्षित है, लेकिन संवेदनशील त्वचा वालों को एलर्जी हो सकती है। पहले पैच टेस्ट करना बेहतर है।

अरंडी के पत्तों को हल्का गर्म करके दर्द वाले स्थान पर बाँधने से सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है।

हाँ, आयुर्वेद में अरंडी को दर्द और सूजन कम करने वाली औषधि माना गया है और इसका उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है।

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